Mere prano ki veena se song lyrics in Hindi
मेरे प्राणो की वीणा से
निकले गौतम की झंकार
मेरे ओठों से छलके रे गौतम
के गीत बार बार
रोम रोम गौतम संगीत, अंग अंग गौतम
का ज्ञान
जहा तहा गौतम की जोति, रैन दिवस गौतम
का ध्यान
गौतम ने दूर कर दिया, जीवन का सारा
अंधकार
मेरे प्राणो की...
त्याग दया शील अहिंसा,सत्या क्षमा
जीवन का सार
सेवा ही है उपासना पुजा है
दुखियो से प्यार
जिसका कोई भी नहीं गौतम है
उसके आधार
मेरे प्राणो की...
शोक जिंदगी का हर एक, गौतम का दिव्य
अमर नाम
जिसने गौतम को पा लिया, पीड़ा से उसको
क्या काम
हर किसी की लिए खुले गौतम के
करुणामय द्वार
मेरे प्राणो की...
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